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श्री विश्व समग्र विलेज फाउंडेशन के “स्वाभियान” मिशन से जुड़ रहे देशभर के कारीगर एवं किसान

  • mjyogendra
  • 25 फ़र॰ 2024
  • 4 मिनट पठन

        




अंतिम छोर तक के व्यक्ति को लाभ पहुंचाते हुए आत्मनिर्भर व्यवसायिक पारिस्थितिकी तंत्र बनाकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके उद्यम एनजीओ श्री विश्व समग्र विलेज फाउंडेशन का “स्वाभियान” मिशन अंतर्गत सदस्यता अभियान प्रारंभ हो गया हैं । इस अभियान में देशभर के किसान एवं कारीगर लघु उद्यमी बड़ी संख्या में जुड़ रहे हैं। संस्था के संस्थापक श्री डाॅ अविनाश साने के अनुसार यह अभियान किसानों को बाजार उपलब्ध कराने एवं कारीगरों की कला को जीवंत रखते हुए उन्हे बाजार की पहुंच तक लाना है। श्री साने के अनुसार समूह आधारित सामाजिक उद्यमी तैयार करना स्वाभियान का उद्देश्य है।

इन मूल्यों पर कार्य कर रही संस्था

• उपभोक्ताओं के लिए उचित मूल्य निर्धारण (वॅल्यु फॉर मनी)।

• उचित समय सीमा में उपभोक्ताके घर, उसने माँगे हुए सामान को पहुँचाना।

• उत्पादक एवंम उपभोक्ताके (खरीदी एवं वितरण ) लेनदेन की पारदर्शिता ।

• जहाँ जरुरी हो, वहाँ सभी स्तरों पर अनुरेखण की क्षमता और उसका दस्तावेज़ीकरण।

• स्वाभियान के प्रमुख अंग

• किंकाबज़ार.इन

• ई-बाणिज्य मंच, डब्ल्यू.डब्ल्यू.डब्ल्यू.किंकाबज़ार.इन, जो निर्माता-गेट से उपभोक्ता-गेट के सिद्धांत पर आधारित है।

• उत्पादकों को उचित मूल्य (एमआरपी)

• निष्पक्ष व्यावसायिक प्रथाओं का अविचल पालन।

  फार्म्स2होम्स

एक संपूर्ण पारिस्थितीकी तंत्र, जो किसानों के फसल की सभी जरुरतोंका, मतलब फसल के बुआई से लेके उसके विपणन, वितरण, विक्रि आदी व्यवस्थाके अंतिम पायदानतक का खयाल रखे, फसल के सभी जरुरतोंकी आपूर्ती सुलभ पद्ध्तीसे करें।

 शिक्षा एवं प्रसारण

सरकार के अनुसार यूजीसी और एनएएसी अनुमोदित विश्वविद्यालयों की ऑनलाइन डिग्री। का भारत अधिसूचना. रुझानों के बारे में विभिन्न संबंधित नवीनतम जानकारी और वर्तमान समाचार कृषि एवं अन्य

 आर्थिक स्वतंत्रता

निधि कंपनियाँ, सहकार क्षेत्र, एनबीएफसी और बैंकों से उनके नियमों और शर्तों के अनुसार जरूरतमंद सदस्यों को ऋण मिलेगा।, केंद्र सरकार योजनाएं, मेडिक्लेम और अन्य संबंधित बीमा जो हमारे फार्म्स2होम्स वर्टिकल के अंतर्गत शामिल नहीं हैं, उन्हें इस वर्टिकल के अंतर्गत सम्मिलीत किया जाएगा।

 स्वाभियान कार्यक्रम से मिलनेवाले लाभ:

 १. किसानोंकि आवश्यक कृषि-निविष्टा जैसेकी बीज, उर्वरक और कृषि-दवाएँ इ. उनके लिए खुदके एफपीसी द्वारा बड़ी मात्रा में खरीद के कारण, सभी ब्रांडेड उत्पाद निर्माताओंसे बाजारभावसे बहुत कम कीमत पर उपलब्ध कराए जाते हैं ( एमआरपी पर 30 से 50% कम)

२. इस कार्यक्रम के तहत, एफपीसी अपने सदस्यों से अनाज, दालें और बाजरा श्रेणीके सभी कृषि-उत्पाद @१००% खरीदेगी। यह वहि सदस्य हैं जिन्है उपरोक्त क्रमांक A. के अनुसार कम लागत पर कृषि-निविष्टा की आपूर्ति की जाती है। यह हमारे समर्थन और हमारे फार्म्स2होम्स प्रणाली के कारण संभव है।

३.संबंधित एफपीसी द्वारा सदस्य किसानों की सभी कृषि उपज को एकत्रित, संग्रहित, और संसाधित किया जाएगा। यह हमारे ई-कॉमर्स पोर्टल पर उपभोक्ता पैकिंग में एफपीसी के ब्रांड से बेचा जाए

१. किंकाबज़ार.इन इस एक ही छत के नीचे सभी प्राथमिक उत्पाद जैसे अनाज, दालें, बाजरा और गुड़, खाद्य तेल सीधे किसान/किसान कंपनियों से उपलब्ध होंगे, इसलिए मिलावट की संभावना न्यूनतम या शून्य होगी।

२. हमारे प्रयास से कइ अनोखे, अती वैशिष्टपूर्ण, विशेष, और भौगोलिक सूचीसे मानांकीत किए गए, पोषण सामग्री से भरपूर, भारतीय मूल के प्राथमिक उत्पाद संपूर्ण भारतभरसे हमारे किंकाबाजार.इन इस पोर्टल पे उपलब्ध कराए गए हैं, और भी कराये जाएंगे।

३. उदाहरण के लिए चावल की किस्में जैसे यूपी की कालानमक, थाईलैंड की व्हाइट थाई जैस्मीन, कश्मीर की मुजुबुद्दीन, ओडिशा की गोविंदभोग, हरियाणा और उत्तराखंड की बासमती, महाराष्ट्र की इंद्रायणी और घनसाल। गेहूं की बंसी, खपाली, सोनामोती, लोकवन, सरबती आदि।

४. सभी प्रमाणित और कल्याणकारी खुराक वर्ग के प्राथमिक उत्पाद, संबंधित जाँच एजंसी द्वारा प्रमाणित रहेंगे या एनएबीएल (भारत सरकार) द्वारा अनुमोदित प्रयोगशाला में विषजन्य अवशेषों, भारी धातुओं, राख, यूरिक एसिड, कवक, तीसरे पदार्थ मिलावट आदि के प्रति बैच प्रतिशत मौजुदगी के परीक्षित किये रहेंगे। ये बैच-वार रिपोर्ट हमारे उपभोक्ताओं को देखने के लिए उपलब्ध रहते हैं।

५. प्रयोगशाला मे परीक्षण किये गये सभी बैच-वार प्राथमिक उत्पाद के अचल जीवन की आयु १ वर्ष तक बढ़ाने के लिए वैक्यूम या नाइट्रोजन पैकींग किया जाएगा।

६. प्रत्येक पैक पर किसान उत्पादक कंपनी का नाम, पता, पैकिंग तिथि, एफएसएसएआई नंबर आदि लिखा होगा।इससे उपभोक्ता को खेती के विशिष्ट स्थान से सीधे जुड़ने में मदद मिलेगी।

७. यह व्यवस्था संबंधित एफपीसी के किसान सदस्यों को अधिक गुणवत्तापूर्ण, विष रहित कृषि उपज पैदा करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करेगी, क्योंकि वे सीधे अपने उपभोक्ताओं के प्रति जवाबदेह होंगे।

८. अंततः यह उपभोक्ताओं को शुद्ध, स्वच्छ, विष मुक्त किस्म की कृषि उपज की आपूर्ति की गारंटी देगा। उपभोक्ता को अपने खर्च किये हुए पैसे का मूल्य मिलता रहेगा।

९. किसानों के एफपीसी के लिए प्रतिबद्ध उपभोक्ता आधार बनेगा, जिससे पूंजीवादी व्यापारियों, एजेंटों और बिचौलियों को हटानेंमे आसानी होगी। इससे किसानको किमतमे इजाफा और उपभोक्ता को उसने खर्च किये पैसेका वास्तविक मुल्य मिलेगा।

१०. भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए समर्पित एक असाधारण विशेष ऑनलाइन ई-कॉमर्स मार्केटिंग मंच किंकाबज़ार.इन की स्थापना हुई हैं।

११. विक्रेताओं के नामांकन के लिए बहुत सख्त सत्यापन प्रणाली।

१२. गुणवत्ता नियंत्रण एवं आपूर्ति के लिए आपही कार्यरत रहनेवाली प्रणाली।

१३. पूरे भारत से भारतीय कृषि और ग्रामीण कारीगरों से संबंधित व्यापक और विस्तारीत श्रेणी के उत्पादों की उपलब्धता।

१४. आपको, पूरे भारत के व्यापक विस्तारीत प्राथमिक उपज के श्रेणीसे भारतीय राष्ट्र निर्माण का विविधता में वास्तविक एकता यह बुनियादी सिद्धांतका सहज अस्तित्व मिलेगा।

१५. बिक्री पश्चात तेज़ डिलीवरी के लिए ऑफ़लाइन व्यवस्था।

१६. केवल मेक इन इंडिया मूल्यवर्धित उत्पादों को बढ़ावा देकर स्वदेशी के सिद्धांत का अनुप्रयोग।

१७. वोकल फॉर लोकल को समर्पित। हम स्थानीय किसान समूहों को बढ़ावा देते हैं।

१८. आत्मनिर्भर भारत के संकल्पना में गुणात्मक और संख्यात्मक योगदान।


 
 
 

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